भारत में जमींदारी और उसके मुख्य प्रकार!
भारत में जमींदारी और उसके मुख्य प्रकार: 1) सामंती (Feudal) जमींदारी: परिभाषा: दिहाड़ी मजदूर काम करते हैं, खेत का मालिक सिर्फ ऑर्डर्स पास करता है| नौकर-मालिक का रिश्ता होता है| बंधुआ करार से ले...
भारत में जमींदारी और उसके मुख्य प्रकार: 1) सामंती (Feudal) जमींदारी: परिभाषा: दिहाड़ी मजदूर काम करते हैं, खेत का मालिक सिर्फ ऑर्डर्स पास करता है| नौकर-मालिक का रिश्ता होता है| बंधुआ करार से ले...
यह गहनता से समझने की बात है कि भारत में दो तरह की जमींदारियां होती आई हैं! एक सामंती जमींदारी और दूसरी मेहनती जमींदारी| सामंती जमींदारी यानी जो खुद खेत में काम नहीं...
चर्चा का सन्दर्भ खाप को लेकर है। प्रश्न यह है कि खाप को संस्था/सभा मानकर चर्चा हो अथवा उसे ग्रामीण भारत के लोगों की जीवनशैली समझा जाए; उसे उनका एक रिवाज, जीवन पद्धति माना...
बीसवीं सदी में खापतंत्र का फॉल-डाउन कहाँ से और कैसे शुरू हुआ?: आज निर्भया का टॉपिक सुप्रीम कोर्ट द्वारा उसके अपराधियों को फांसी देने की वजह फिर से गर्म है और जगह-जगह से बातें...
सवाल खाप का हमें यहाँ (भारत मैं) एक ऐसा वर्ग खड़ा करने में वह सब करना चाहिए जिसे कर सकते हों, जो हमारे और उन करोड़ो लोगों के बीच दुभाषिया का काम करेंगे जिन...